हिंडनबर्ग रिसर्च के खुलासे के बाद SEBI ने बंद किया अपना ट्विटर अकाउंट: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने अचानक अपने ट्विटर (एक्स) अकाउंट को प्राइवेट मोड़ पर कर दिया है। यह कदम हिंडनबर्ग रिसर्च के द्वारा सेबी चेयरमैन पर लगाए गए आरोपों के बाद उठाया गया है। SEBI के इस अचानक फैसले से निवेशकों और मीडिया में हलचल मच गई है। इस खबर के सामने आने के बाद से सोशल मीडिया पर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। लोग जानना चाहते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ? क्या SEBI कुछ छिपा रहा है?
क्या कहा हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg) ने
अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी Hindenburg Research ने पीछले साल भारतीय कंपनी अडानी समूह पर धोखाधड़ी और बाजार में हेराफेरी के गंभीर आरोप लगाए थे। इन आरोपों के बाद भारतीय शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया था और अदानी ग्रुप के लगभग सभी शेयर लागतार गिर गए थे। हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के बाद अदानी ग्रुप को $86 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था।
अब इसके लगभग एक साल बाद हाल ही में हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि, Something big soon india
इसके बाद से अटकलें लगाई जा रही थी। हिंडनबर्ग एक बार फिर किसी कम्पनी का भंडाफोड़ करने वाली है। उनके इस ट्वीट के बाद शाम को हिंडनबर्ग ने एक ट्वीट किया जिसमें सीधा सेबी चेयरमैन पर ही लपेटे में ले लिया।
सेबी चेयरमैन में बारे में क्या कहा हिंडनबर्ग रिसर्च ने
हिंडनबर्ग रिसर्च ने SEBI की अध्यक्ष माधबी बुच और उनके पति धवल बुच(dhaval buch) पर बहुत बड़ा आरोप लगाया है।
हिंडनबर्ग रिसर्च ने आरोप लगाया है कि, SEBI की अध्यक्ष माधबी बुच और उनके पति की “अडानी मनी साइफनिंग घोटाले” में इस्तेमाल की गई अस्पष्ट ऑफशोर संस्थाओं में हिस्सेदारी थी। हिंडनबर्ग रिसर्च अपनी ताजा रिपोर्ट में आगे यह भी आरोप लगाता है कि,
SEBI की वर्तमान अध्यक्ष और उनके पति धवल बुच की ठीक उन्हीं टैक्स हेवेन देशों की संदिग्ध कंपनियों में गुप्त हिस्सेदारी थी जिसका उपयोग गौदाम अडानी के भाई विनोद अडानी द्वारा किया गया था।
सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच (madhabi puri buch) और अदानी समूह दोनों ने ही हिंडनबर्ग के इन आरोपों का जोरदार खंडन किया है और इन्हें निराधार और दुर्भावनापूर्ण बताया है। आरोपों ने एक महत्वपूर्ण बहस को जन्म दिया है, जिसमें कुछ लोगों ने आरोप सही साबित होने पर माधबी पुरी बुच के इस्तीफे या बर्खास्तगी की मांग की है, जो संभावित हितों के टकराव का संकेत है
SEBI ने अपना ट्विटर अकाउंट प्राइवेट किया
SEBI ने अपना ट्विटर अकाउंट बंद नहीं किया है, बल्कि इसे कुछ समय के लिए प्राइवेट कर दिया है। यह कदम SEBI ने निवेशकों को सही जानकारी देने के लिए उठाया है। हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के आरोपों के बाद से SEBI इस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही अपनी रिपोर्ट सार्वजनिक करेगी।
