पारंपरिक मसाला रेसिपी: बाज़ार के मिलावटी मसालों से बचें और घर पर बनाएं 3 पारंपरिक मसालेपारंपरिक मसाला रेसिपी: बाज़ार के मिलावटी मसालों से बचें और घर पर बनाएं 3 पारंपरिक मसाले

पारंपरिक मसाला रेसिपी: आजकल बाजार में मिलने वाले अधिकांश मसालों में मिलावट की समस्या आम हो गई है। चाहे वो हल्दी हो, मिर्च हो, या फिर गरम मसाला, इन मसालों में मिलावट इतनी कुशलता से की जाती है कि पहचानना मुश्किल हो जाता है। मिलावटी मसाले न केवल हमारे भोजन के स्वाद को खराब करते हैं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकते हैं। लेकिन चिंता की कोई बात नहीं, कुछ पारंपरिक मसाला रेसिपी हैं जिन्हें हम आसानी से अपने घर पर बना सकते हैं। यहां हम आपको 3 ऐसे पारंपरिक मसालों की रेसिपी बताने जा रहे हैं, जिन्हें आप घर पर तैयार करके न केवल अपने भोजन का स्वाद बढ़ा सकते हैं, बल्कि अपने परिवार को मिलावट से भी बचा सकते हैं।

घर पर बनने वाली पारंपरिक मसाला रेसिपी

1. चाट मसाला:

चाट मसाला एक ऐसा मसाला है जो हमारे खाने में चटपटापन जोड़ता है। इसका उपयोग फल, सलाद, छाछ और रायते में किया जाता है, खासकर गर्मियों में। इस मसाले को घर पर बनाने के लिए आपको मोटी इलायची, जीरा, काली मिर्च, तेज पत्ता, सौंफ, काला नमक, हींग और अदरक पाउडर की आवश्यकता होगी। इन सभी मसालों को हल्का सा भून लें और फिर पीसकर ठंडा होने के बाद एयरटाइट जार में स्टोर कर लें।

2. गरम मसाला:

हर भारतीय रसोई में गरम मसाले का इस्तेमाल होता है। यह हमारे व्यंजनों को एक विशेष स्वाद और खुशबू प्रदान करता है। गरम मसाला बनाने के लिए खड़े मसालों का उपयोग किया जाता है। इसके लिए तेज पत्ता, जावित्री, लौंग, मोटी इलायची, चक्र फूल, धनिया, दालचीनी, जीरा, काली मिर्च और सौंफ का इस्तेमाल करें। इन सभी मसालों को कुछ दिनों तक धूप में रखकर हल्का सा भून लें और फिर पीसकर कांच की बॉटल में स्टोर कर लें।

3. सफेद चना मसाला:

सफेद चने के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया मसाला भी आप घर पर बना सकते हैं। इस मसाले को बनाने के लिए जीरा, लौंग, काली मिर्च, धनिया, मोटी इलायची, दालचीनी, जावित्री, सौंफ और काली जीरी को धीमी आंच पर भून लें। फिर इसमें 8 से 10 सूखी लाल मिर्च डालकर सुनहरा होने तक भूनें। इसके बाद इसे ब्लेंडर में डालकर ब्लेंड करें और उसमें आमचूर, कसूरी मेथी और हल्दी मिलाकर दोबारा से ब्लेंड करें। तैयार मसाले का उपयोग सफेद चने बनाने में करें, इससे न केवल स्वाद बढ़ेगा बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है।

इन तीन पारंपरिक मसालों की रेसिपी को अपनाकर आप न केवल बाजार के मिलावटी मसालों से बच सकते हैं बल्कि अपने भोजन में एक विशेष स्वाद भी जोड़ सकते हैं। इन घरेलू मसालों की खूबी यह है कि इनमें आप अपनी पसंद और आवश्यकता के अनुसार सामग्री को बढ़ा या घटा सकते हैं, जिससे आपके व्यंजन का स्वाद और भी बेहतर हो जाएगा। तो अगली बार जब आप मसाले खरीदने जाएं, तो एक बार इन पारंपरिक मसालों को घर पर बनाने का भी विचार करें।

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