Breaking News, वायनाड (केरल) [भारत]: अब नई खबर निकल कर सामने आ रही है कि, केरल के वायनाड जिले के मेप्पाडी क्षेत्र में हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 5 से बढ़कर अब 63 हो गई है और घायलों की सख्या भी बढ़कर अब 116 हो गई हैं। केरल के राजस्व मंत्री कार्यालय ने यह जानकारी दी है।
एएनआई के रिपोर्ट के मुताबिक़, भूस्खलन की स्थिति को देखते हुए केरल सरकार ने वायनाड में कुल तीन राहत शिविर स्थापित किए हैं। अभी कलपेट्टा सरकारी अस्पताल में 12 लोग का इलाज चल रहा हैं, जबकि 77 लोग डब्ल्यूआईएमएस वायनाड में भर्ती हैं। डब्ल्यूआईएमएस में 8 मौतें दर्ज की गई हैं, मेप्पाडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और वायथिरी तालुक अस्पताल में एक-एक मौत दर्ज की गई है। मेप्पाडी सीएचसी में 27 घायल लोगों का इलाज चल रहा है, जबकि बाथेरी तालुक अस्पताल में 35 लोगों की मौत हुई और 27 का इलाज चल रहा है।
केरल के वन मंत्री ससीन्द्रन प्रभावित क्षेत्र में पहुंचकर नुकसान का आकलन कर रहे हैं और तत्काल प्रतिक्रिया उपायों का समन्वय कर रहे हैं। राज्य मंत्री रामचंद्रन कडन्नप्पल्ली भी जल्द ही इस अभियान में शामिल होने की उम्मीद है।
तिरुवनंतपुरम से राजस्व, लोक निर्माण और अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभागों के राज्य मंत्रियों का एक दल भी हवाई यात्रा कर जल्द ही साइट पर पहुंचने की खबर मिली है। वही केरल के केंद्रीय राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन भी राहत और बचाव कार्यों का नेतृत्व करने के लिए जल्द ही वायनाड पहुंचने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर मंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत बल (NDRF), अर्धसैनिक बलों, केरल सरकार के अधिकारियों और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय करेंगे।
खबर मिली है कि, केरल के वायनाड में भूस्खलन स्थल पर कन्नूर के एझिमाला नौसैनिक अड्डे से एक भारतीय नौसेना की टीम को चूरालमाला में बचाव कार्यों में सहायता के लिए भेजा जा रहा है, जहां मंगलवार सुबह भारी बारिश के बाद भूस्खलन हुआ था। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के अनुरोध पर नौसेना की रिवर क्रॉसिंग टीम को मदद के लिए तैनात किया जा रहा है। सेना और वायुसेना को भी इस क्षेत्र में बचाव कार्यों के लिए सक्रिय कर दिया गया है, लेकिन चूरालमाला में एक प्रमुख पुल के ढह जाने से कार्यों में बाधा आ रही है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भूस्खलन प्रभावित वायनाड क्षेत्रों की स्थिति पर केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) के शीर्ष अधिकारियों के साथ अभी अभी चर्चा की। कन्नूर के डीएससी सेंटर से लगभग 200 भारतीय सेना के जवान, कोझिकोड से 122 टीए बटालियन और भारतीय नौसेना के 30 विशेषज्ञ तैराकों की एक टीम को साइट पर भेजा गया है। रक्षा अधिकारियों के अनुसार, सुलूर वायुसेना स्टेशन से दो हेलीकॉप्टर भी भेजे गए हैं।