(Kargil Vijay Diwas) kargil yudh ke pramukh karan: आज 26 जुलाई को पूरा देश कारगिल विजय दिवस मना रहा है, जो 1999 में भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ कारगिल युद्ध में विजयी होने की स्मृति में मनाया जाता है। इस विजय दिवस के मौके पर हर भारतीय को यह जरुर पता होना चाहिए कि, कारगिल युद्ध के प्रमुख कारण क्या थे, जिन्होंने इस युद्ध को जन्म दिया।
कारगिल युद्ध का मुख्य कारण
1. सीमा विवाद
कारगिल युद्ध का सबसे प्रमुख कारण था सीमा विवाद। पुरी दुनियां जानती है कि, भारत पाकिस्तान के बिच एक आंतरराष्ट्रीय नियंत्रण रेखा बनी हुई है जिसे एलओसी (LoC) भी कहा जाता है। इस नियंत्रण रेखा को दोनों देश के सैनिक पार नहीं कर सकते है, ऐसा करने पर इसे आंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा का उल्लंघन माना जाता है। इसी नियम के चलते 1999 तक किसी भी देश के सैनिक ने इसका उल्लंघन नहीं किया। लेकीन पकिस्तान की हरकते तो जग जाहिर है। उन्होनें इस नियंत्रण रेखा उल्लंघन करके चोरों की भांति भारत में प्रवेश किया। पाकिस्तान के सैनिकों का चोरों की भांति भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करना और वहां कब्जा करने का प्रयास करना यही कारगिल युद्ध का सबसे मुख्य कारण था। जिससे दोनों देशों के बिच युद्ध शुरु हुआ था।
2. सियाचिन ग्लेशियर का विवाद
आंतरराष्ट्रीय नियंत्रण रेखा या एलओसी (LoC) के अलावा कारगिल युद्ध का दूसरा प्रमुख कारण सियाचिन ग्लेशियर पर नियंत्रण भी है। आपको बता दें कि, सियाचिन ग्लेशियर पर नियंत्रण को लेकर दोनों देशों के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। इस सियाचिन ग्लेशियर पर शुरुआत से ही भारत का नियंत्रण रहा है। पाकिस्तान ने कारगिल में घुसपैठ करने के लिए इस क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने का प्रयास किया, जिससे युद्ध की स्थिति उत्पन्न हुई।
3. भारतीय कश्मीर में अस्थिरता
पाकिस्तान अपने बनने से लेकर ही हर क्षेत्र में भारत को नीचा दिखाने की कोशिश करता रहा है। वह भारत को जम्मू-कश्मीर मुद्दे को घेरना चाहता है। पाकिस्तान का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में अस्थिरता पैदा करना और वहां के नागरिकों में विद्रोह भड़काना था। इसके लिए उन्होंने कारगिल क्षेत्र में घुसपैठ की योजना बनाई थी।
4. अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करना
पाकिस्तान ने कारगिल में घुसपैठ करके अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान कश्मीर मुद्दे पर केंद्रित करने का प्रयास किया। पाकिस्तान का मकसद था कि इस घुसपैठ से वैश्विक समुदाय भारतीय कश्मीर में हो रही समस्याओं पर ध्यान दे और भारत पर प्रतिबंध लगा कर कश्मीर को पकिस्तान का हिस्सा बताने लगे। इस नीच हरकत के कारण भी यह कारगिल युद्ध छिड़ा था।
5. भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव
दोनों देशों के बीच विश्वास की कमी और कूटनीतिक संबंधों में तनाव भी इस युद्ध को भड़काने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इससे पहले के संघर्षों और विश्वासघात ने भी इस युद्ध को उत्प्रेरित किया।
यह कुछ पांच कारण है जिससे कारगिल युद्ध हुआ था और इसमें सच्चाई की जीत हुई थी। कारगिल विजय दिवस उन वीर जवानों की याद में मनाया जाता है जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर भारतीय क्षेत्र की रक्षा की। यह दिन हमारे लिए गर्व और सम्मान का दिन है, और हम उन सभी सैनिकों को नमन करते हैं जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर किए।