- पिछले 7 सालों में कोई ‘पेपर लीक’ नहीं हुआ: संसद में बोले शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान
- There has been no paper leak in the last 7 years: Education Minister Dharmendra Pradhan said in Parliament
नई दिल्ली: देश की संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है, मानसून सत्र चालू होते ही पहले ही दिन विपक्ष ने पेपर लीक का मुद्दा उठाया और सरकार को घेरते हुए जवाब मांगा। लोकसभा में कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने पेपर लीक के मुद्दे को उठाया और केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि पिछले सात सालों में पूरे देश में 70 पेपर लीक के मामले सामने आए हैं।
कांग्रेस नेता के इन आरोपों का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि, इस प्रकार का कोई भी डेटा मौजूद नहीं है। उन्होंने कहा, “जैसा कि मणिकम टैगोर ने कहा कि सात सालों में 70 पेपर लीक के मामले सामने आए, मैं कहना चाहूंगा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है। ऐसा कोई डेटा उपलब्ध नहीं है। कुछ घटनाएं हुई हैं, जो सुप्रीम कोर्ट के समक्ष हैं। कुछ जगहों पर गड़बड़ी हुई है और उसका मामला सुप्रीम कोर्ट के सामने है।”
आपको बता दें कि, धर्मेंद्र प्रधान ने लोकसभा में स्पष्ट किया है कि, NEET मामले में पूरे देश में सिर्फ पटना और उसके आसपास के इलाके में गड़बड़ी सामने आई है, और सीबीआई इस मामले में कार्रवाई कर रही है। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसके आगे कहा कि, “मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कह सकता हूं कि NTA के बाद 240 से अधिक परीक्षाएं सफलतापूर्वक आयोजित की गई हैं।”
अब शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के संसद में दिए इस जवाब पर आप क्या सोचते हैं हमें कमेंट बॉक्स में जरुर बताए।