Raj Thackeray On Maratha Reservation: राज ठाकरे ने कहा, महाराष्ट्र को आरक्षण की आवश्यकता नहींRaj Thackeray On Maratha Reservation: राज ठाकरे ने कहा, महाराष्ट्र को आरक्षण की आवश्यकता नहीं

Raj Thackeray On Maratha Reservation संभाजीनगर, 10 अगस्त 2024 – मराठा आरक्षण को लेकर पहले ही महाराष्ट्र में राजनीति उफान पर है। ऐसे में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने एक बार फिर से राज्य में आरक्षण के मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट किया है। राज ठाकरे ने छत्रपति संभाजीनगर में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि, महाराष्ट्र को आरक्षण की बिलकुल जरुरत नहीं है। उन्होंने अपनी बात दोहराते हुए कहा कि, यदि आरक्षण देना ही है, तो उसे आर्थिक आधार पर दिया जाना चाहिए।

राज ठाकरे, जो इस समय अपने दौरे के तहत छत्रपति संभाजीनगर में हैं, ने अपने सोलापुर दौरे के दौरान इसी मुद्दे पर चर्चा की थी। राज ठाकरे ने अपनी बात पर जोर देकर कहा था कि, महाराष्ट्र में शिक्षा, उद्योग और रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं, जिससे राज्य को आरक्षण की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा,

“अगर राज्य में बाहरी लोग आकर नौकरियों और अन्य संसाधनों का फायदा उठा सकते हैं, तो वही अवसर हमारे लोगों को देने पर आरक्षण की आवश्यकता ही नहीं रहेगी।”

अपने बयान में राज ठाकरे ने यह भी स्पष्ट किया कि, उनका यह बयान और रुख कोई नया नहीं है। उन्होंने कहा कि,

“2006 में पार्टी की स्थापना के समय से ही हमारा एक ही दृष्टिकोण रहा है कि यदि आरक्षण देना है, तो उसे आर्थिक आधार पर दिया जाए।” उन्होंने यह भी कहा कि उनके इस रुख को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया जा रहा है और इसे उनके मराठा समाज के विरोध के रूप में पेश किया जा रहा है, जो कि गलत है।

राज ठाकरे ने मराठवाड़ा के मौजूदा राजनीतिक और सामाजिक माहौल का जिक्र करते हुए कहा कि, वे काफी समय से इस क्षेत्र के राजनीतिक घटनाक्रम को देख और समझ रहे हैं। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर उनका दौरा जारी रहेगा और उनका विदर्भ का दौरा भी विधानसभा के मद्दे नजर जल्द ही शुरू होगा।

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे के इस बयान ने एक बार फिर राज्य में आरक्षण को लेकर बहस को ताजा कर दिया है। हालांकि, राज ठाकरे का यह स्पष्ट रुख दिखाता है कि, वे आरक्षण की मौजूदा व्यवस्था से सहमत नहीं हैं और इसे आर्थिक आधार पर लागू करने के पक्ष में हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *