पेरिस ओलंपिक 2024 में एक नाम जिसने खूब सुर्खियां बटोरी, वो है अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खलीफ। 25 साल की ट्रांसजेंडर बॉक्सर इमान खलीफ ने महिलाओं की 66 किग्रा वर्ग में चीन की ट्रांसजेंडर बॉक्सर यांग लियू को हराकर ये कारनामा किया। इमान ने न सिर्फ गोल्ड मेडल जीतकर अपने देश का नाम रोशन किया, बल्कि अपनी जीत के साथ एक विवाद को भी छेड़ दिया। आपको बता दें कि, सोशल मीडिया पर ट्रांसजेंडर इमान खलीफ के जीत से ज्यादा चर्चे उनके लिंग विवाद के है।
इमान खलीफ के लिंग को लेकर है विवाद
यदि आप सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं तो, आपने जरुर देखा होगा कि, सोशल मीडिया पर इमान की जीत से ज्यादा चर्चा उनके लिंग परीक्षण को लेकर है। पिछले साल हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप में अल्जीरिया की ट्रांसजेंडर बॉक्सर इमान खलीफ और ताइवान की ट्रांसजेंडर बॉक्सर लिन यु-टिंग दोनों को लिंग परीक्षण में फेल पाया गया था। जिससे दोनों ही लिंग परीक्षण में फेल होने के कारण वर्ल्ड चैंपियनशिप में अयोग्य घोषित कर दिए गए थे। लेकीन इसके बावजूद, IOC ने उन्हें इस साल के पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने की अनुमति दी। इमान के पहले ही मुकाबले में इटली की एंजेला कैरिनी को हराने के बाद विवाद को जन्म दिया। कैरिनी ने महज 46 सेकंड में ही मैच छोड़ दिया था।
अपनी जीत पर क्या बोली इमान खलीफ
पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के बाद, अपनी जीत पर इमान ने कहा,
“मैं बहुत खुश हूं। आठ साल से यह मेरा सपना था और मैं अब ओलंपिक चैंपियन और स्वर्ण पदक विजेता हूं।”
उनके जीत के बाद उनके टीम के एक सदस्य ने उन्हें कंधों पर उठा लिया और 15,000 दर्शकों की क्षमता वाले कोर्ट फिलिप चैटियर स्टेडियम में मौजूद अल्जीरियाई दर्शकों ने जश्न मनाया। इमान ने भीड़ का आभार व्यक्त करते हुए कहा- मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहती हूं जो मेरा समर्थन करने आए हैं।’
एकतरफा जीत और इमान खलीफ का शानदार प्रदर्शन
1.79 मीटर लंबी कद वाली ट्रांसजेंडर बॉक्सर इमान खलीफ ने अपनी पूरी प्रतियोगिता के दौरान अपना शानदार परफॉर्मेंस बरकरार रखा। फाइनल में उन्होंने चीन की पूर्व विश्व चैंपियन रही ट्रांसजेंडर बॉक्सर यांग लियू को 5-0 से हराकर सभी को चकित कर दिया और अपनी ताकत और तकनीक ने दर्शकों को प्रभावित किया।
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